BJP विधायक के बेटे रुद्राक्ष शुक्ला का उत्पात: मंदिर बंद होने के बावजूद जबरन पट खोलने की मांग, पुजारी से किया विवाद; CCTV और वायरल वीडियो ने खोली पोल, उज्जैन से कार जब्त

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
इंदौर के बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला के बेटे रुद्राक्ष शुक्ला एक बार फिर विवादों में हैं। इस बार मामला धार्मिक स्थल पर जबरदस्ती घुसने, पुजारी से मारपीट और अवैध हूटर व लालबत्ती लगी गाड़ियों के इस्तेमाल का है। देवास की प्रसिद्ध माता चामुंडा टेकरी पर शुक्रवार आधी रात को रुद्राक्ष अपने लगभग एक दर्जन वाहनों के काफिले के साथ पहुंचा और मंदिर बंद होने के बावजूद जबरन पट खोलने की मांग की।
मंदिर के पुजारी ने जब नियमों का हवाला देकर इनकार किया, तो रुद्राक्ष और उसके साथियों ने विवाद और हाथापाई शुरू कर दी। पुजारी ने देवास पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है, जिसमें उन्होंने मारपीट और जान से धमकी देने का आरोप लगाया है।
CCTV और वायरल वीडियो ने खोली पोल, उज्जैन से कार जब्त
देवास पुलिस ने टेकरी के आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की और एक प्रमुख गाड़ी की पहचान की – एमपी 13 जेड डी 0111, जो उज्जैन की पॉश कॉलोनी विद्यानगर निवासी लोकेश चांदवानी के नाम पर पंजीकृत है। यह वही कार है, जो हूटर और लाल बत्ती लगाए टेकरी तक पहुंची थी।
रविवार रात 11 बजे देवास कोतवाली थाने की पुलिस टीम उज्जैन पहुंची। करीब एक घंटे की पूछताछ के बाद रात 12 बजे कार को जब्त कर देवास थाने ले जाया गया। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि लोकेश चांदवानी खुद उस रात रुद्राक्ष शुक्ला के साथ मौजूद था।
पुजारी से जोर-जबरदस्ती, मंदिर सुरक्षा पर सवाल
मंदिर प्रबंधन और पुजारी परिवार ने आरोप लगाया है कि रुद्राक्ष और उसके साथियों ने न सिर्फ नियमों की अवहेलना की बल्कि मंदिर में रखे लाखों रुपये मूल्य की देवी-देवताओं की ज्वेलरी की सुरक्षा को भी खतरे में डाला। उन्होंने कहा कि देर रात कोई भी व्यक्ति अगर इस तरह सुरक्षा व्यवस्था को तोड़ते हुए प्रवेश करे, तो यह गंभीर मामला है।
परिवार ने यह भी पूछा कि आखिर किसके आदेश पर इतने भारी वाहन रात के समय टेकरी की पहाड़ी पर चढ़ने दिए गए? यह न केवल धार्मिक मर्यादा का उल्लंघन है बल्कि कानून व्यवस्था की भी सीधी अवहेलना है। पुजारी परिवार ने यह भी दावा किया कि रुद्राक्ष शुक्ला ने इस पूरी घटना का वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है। वीडियो में तेज रफ्तार से चलती कारें, कार की खिड़की से बाहर झूलते लोग, और हूटर बजाते हुए काफिले साफ दिखाई दे रहे हैं।
इनमें से कई वाहन गंभीर ट्रैफिक नियम उल्लंघन करते नजर आए। देवास पुलिस ने वीडियो और CCTV फुटेज के आधार पर तीन वाहनों के मालिकों पर केस दर्ज किया है। उन पर लापरवाही से वाहन चलाने, हूटर और लालबत्ती के अवैध इस्तेमाल की धाराओं में मामला बनाया गया है।
बता दें, इस घटना ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। विपक्षी दलों ने इसे “सत्ताधारियों की गुंडागर्दी” बताया है और सवाल उठाया है कि जब जनप्रतिनिधियों के बेटे ही कानून तोड़ेंगे, तो आम जनता का क्या होगा? विधायक गोलू शुक्ला की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन यह स्पष्ट है कि इस घटना ने बीजेपी के लिए एक और विवाद खड़ा कर दिया है, खासकर जब मामला धार्मिक आस्था और मंदिर की गरिमा से जुड़ा हो। वहीं, देवास के एसपी पुनीत गेहलोद ने मीडिया को बताया कि उस रात माता टेकरी पर कुल 6 वाहन पहुंचे थे, जिनमें से दो में सवार युवक खिड़की से बाहर निकलकर स्टंट करते हुए वीडियो बना रहे थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि मामला गंभीर है और इसमें निष्पक्ष जांच की जाएगी। चाहे आरोपी कोई भी हो, कानून सभी के लिए समान है।